आरतिया ने दिये राजस्थान विजन 2030 हेतु महत्वपूर्ण सुझाव

आरतिया ने दिये राजस्थान विजन 2030 हेतु महत्वपूर्ण सुझाव

 

जयपुर। आल राज. ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज एसोसियेशन की कोर कमेटी की एक मीटिंग आज कार्पोरेट कार्यालय में सम्पन्न हुई, जिसमें माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के ‘‘विजन 2030’’ हेतु विभिन्न सुझाव प्रेषित किये गये, जिससे 2030 तक राज्य को पूरे देश में मॉडल राज्य बनाया जा सके। मीटिंग में अशीष सराफ, कमल कन्दोई, विष्णु भूत, प्रेम बियानी, ज्ञानप्रकाश, सुजीत चौधरी, दिनेश शर्मा, पंकज गोयल व अन्य सदस्यों ने महत्वपूर्ण सुझाव प्रेषित किये।
अशीष सराफ ने सुझाव दिया कि राजस्थान को यदि देश में नम्बर 1 बनाना है तो किसी एक क्षेत्र का विकास कर नहीं बनाया जा सकता इसके लिये प्रत्येक क्षेत्र की उन्नती बेहद आवष्यक है तथा इसके लिये राजस्थान को सर्वप्रथम कानून व्यवस्था को मजबूत कर राजस्थान को एक अपराध मुक्त राज्य बनाने हेतु प्रयास किये जाने चाहिये जिसके लिये सम्पूर्ण प्रदेष में अपराधों की रोकथाम हेतु आर्टिफिशियल इंटेलीजैंसी, आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल करते हुये नाईट विजन कैमरे लगाया जाना, 24 घंटे मॉनिटरिंग, रात्री गश्ती दलों का पुख्ता इंतजाम, शिकायतों का शीघ्र निस्तारण आदि विभिन्न प्रयोग किये जाकर, राज्य में अपराधों में कमी लाई जा सकती है।
कमल कन्दोई ने सुझाव दिया कि विजन 2030 को सफल बनाये जाने के लिये औद्योगिक क्षेत्रों का विकास बेहद आवष्यक है। पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का पूर्ण विकास यथा, सडक, पानी, बिजली, सफाई की सुचारू व्यवस्था करना। नये औद्योगिक क्षेत्रों का विकास करना एवं औद्योगिक क्षेत्रों की संख्या को दुगना करना। उद्योग लगाने की प्रक्रिया को सरल करना व ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में राज्य को अग्रणी राज्य बनाना व पूर्ण रोजगार प्रदाता राज्य का दर्जा प्राप्त करना।
श्री विष्णु भूत एवं प्रेम बियानी ने सुझाव दिया कि रीको औद्योगिक क्षेत्रों में भूमि का आवंटन नो प्रोफिट नो लोस की पॉलिसी के आधार पर किया जावे, जो कि रीको की स्थापना का मूल उद्देष्य था। यदि भूमि की उपलब्धता उचित दरों पर होगी तो 2030 तक बडा निवेष राज्य को प्राप्त हो सकता है, जिससे राज्य की बेरोजगारी दर भी निम्न स्तर तक पहुंच सकती है, नया निवेश आने से राज्य का निवेश 2030 तक दुगना किया जा सकता है। कृषि व्यवसाय में आधुनिक विधाओं का इस्तेमाल कर कृषि को उन्नत व मिलैट फूड के उत्पादन, संग्रहण व संधारण में राज्य को अग्रणी बनाया जा सकता है।
पंकज गोयल एवं सुजीत चौधरी ने सुझाव दिया कि रिन्यूएबल एनर्जी के माध्यम से बिजली उत्पादन में अत्यधिक उत्पादन के साथ देश का प्रतिनिधित्व किया जा सकता है, जिसके लिये सौर व पवन ऊर्जा को प्रोत्साहित करने हेतु सब्सिडी प्रदान करना व आमजन में जागरूकता पैदा किया जाना आवष्यक है, जिससे वे अपने उपयोग की बिजली का उत्पादन स्वयं कर सके ताकि 2030 तक बिजली के क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भर बनाया जा सकेगा। साथ ही राजस्थान को प्रदूषण मुक्त प्रदेश बनाने हेतु अधिक से अधिक लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों हेतु प्रोत्साहित करने के लिये वाहनों के मूल्य को कम करना व सस्ते लोन की व्यवस्था करना व साथ ही इनके सुचारू आवागमन हेतु अधिक से अधिक उपयुक्त स्थानों पर फास्ट चार्जिंग प्वाईंट्स की व्यवस्था किया जाना चाहिये।
ज्ञानप्रकाश एवं  दिनेश शर्मा ने सुझाव दिया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य को अग्रणी राज्य बनाया जाना चाहिये व विश्वस्तरीय सुविधाओं का विकास किया जाना चाहिये, जिससे मेडीट्यूरिज्म को बढावा मिलना तय है। इसके अतिरिक्त राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने हेतु प्रयास किये जाने चाहिये।  ज्ञान प्रकाश ने सुझाव दिया कि राजस्थान के बेहद सुन्दर व अनछुए स्थानों को पर्यटन क्षेत्र के रूप विकसित करना व सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिये जिससे देशी एवं विदेशी प्रर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।

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